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हैदराबाद। मुख्यमंत्री श्री के.चंद्रशेखर राव ने कहा कि भगवद गीता में कहा गया है कि जहाँ भी लोगों पर अत्याचार और शोषण बढ़ जाता है, महान लोग अवतरित होकर उत्पीड़न करने वालों को समाप्त करते हैं। अल्लूरी सीताराम राजू के 125वीं जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू की उपस्थिति में अपने संबोधन में मुख्यमंत्री केसीआर ने कहा कि अल्लूरी सीताराम राजू एक वीर योद्धा थे जो क्रांति की मशाल बन गए जब भारत ब्रिटिश सरकार के बंधन में जकड़ा हुआ था। अल्लूरी सीताराम राजू ने 26 साल की छोटी उम्र में ब्रिटिश साम्राज्य को हिलाकर रख दिया था। अल्लूरी महान योद्धा थे जिन्होंने बच्चों के आँसू पोंछे और घास के पत्तों को फावड़े में बदल दिया। वे भारत माता के गौरवशाली सपूत, शुद्ध देशभक्त और सच्चे योगी थे।
अल्लूरी सीताराम राजू की 125वीं जयंती का समापन समारोह मंगलवार को गाचीबोवली के इंडोर स्टेडियम में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि और सीएम केसीआर सम्मानित अतिथि थे। राज्यपाल टी सौन्दरराजन भी इस कार्यक्रम में मौजूद थी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू कार्यक्रम स्थल पर अल्लूरी के इतिहास को दर्शाने वाली फोटो प्रदर्शनी का निरीक्षण करने के बाद मंच पर पहुंचीं तो उनके स्वागत में हॉल तालियों से गूंज उठा।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री केसीआर ने कहा कि आज महोत्सव के समापन समारोह के अवसर पर भारत की महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू उपस्थित हैं, यह उचित है। क्षत्रिय सेवा समिति ने मुझे इस अवसर पर आने का निमंत्रण दिया है। मुझे इतने अच्छे कार्यक्रम में भाग लेने का अवसर मिला है। इस महापुरुष की 125वीं जयंती मनाना हमारा कर्तव्य है। उस कर्तव्य को निष्ठापूर्वक निभाने के लिए मैं तेलंगाना-आंध्र क्षत्रिय सेवा समिति को हृदय से बधाई देता हूं। सीतारामराजू की 125वीं जयंती पर सभी को शुभकामनाएं।
मेरा मानना है कि इन आयोजन ने नई पीढ़ी को अल्लूरी सीतारामराजू की लड़ाई की भावना और देशभक्ति को दिखाया है। जब भी हाशिये पर खड़े वर्गों पर हमला होता है, तो कुछ नायक उभरकर सामने आते हैं और समाज में शांति लाते हैं। उनके बलिदान ने साबित कर दिया कि हम कम नहीं हैं, उन्होने मरकर भी देश की बात की और देश के लिए जान दे दी।
अल्लूरी सीतारामाराजू के ये शब्द कि यदि एक अल्लूरी सीतारामाराजू मरेगा, तो हजारों सीतारामाराजू आएंगे, यह कोई अंतहीन संघर्ष नहीं है, किशन रेड्डी ने सही कहा है। हम उस क्षण को कभी नहीं भूलेंगे जब पूरे देश में इतनी भव्यता से हमारा तिरंगा आसमान में लहराया।
मुख्यमंत्री केसीआर ने कहा कि महात्मा गांधी ने अहिंसा के सिद्धांत को अपनाया था, लेकिन मैं अल्लूरी सीतारामराजू की प्रशंसा किए बिना नहीं रह सकता। ऐसे महापुरुष के संघर्ष के कारण ही हम आज इन आयोजन को गरिमा और सम्मान के साथ मना रहे हैं। सभी तेलुगु लोगों की ओर से, मैं अल्लूरी सीतारामराजू के जन्मदिन समारोह को आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में मनाने के लिए मैं किशन रेड्डी और केंद्र सरकार के प्रति आभार व्यक्त करता हूं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तेलंगाना आंदोलन के संदर्भ में अल्लूरी की भावना को व्यक्त करने वाले गाने सुनकर उन्हें काफी प्रेरणा मिली। तेलुगू धरती से अल्लूरी का नाम देश के स्वतंत्रता आंदोलन में लड़ने वाले भगत सिंह जैसे महान नायकों के साथ इतिहास में हमेशा के लिएलिखा जाएगा। समारोह के अंत में सीएम केसीआर ने अल्लूरी सीतारामाराजू की 125वीं वर्षगांठ समारोह के आयोजक क्षत्रिय सेवा समिति के प्रतिनिधियों को सम्मानित किया।
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री केसीआर के साथ मंत्री तलसानी श्रीनिवास यादव, चमकुरा मल्लारेड्डी, सबिता इंद्रा रेड्डी, सत्यवती राठौड़, महमूद अली, सांसद जोगिनापल्ली संतोष कुमार, दामोदर राव, विधायक जीवन रेड्डी, कालेरू वेंकटेश, काले यदाय्या, मैरी जनार्थन रेड्डी, एमएलसी पल्ला राजेश्वर रेड्डी, के. नवीन कुमार, मुख्य सचिव शांतिकुमारी, डीजीपी अंजनीकुमार, हैदराबाद रंगारेड्डी जिलों के कलेक्टर, साइबराबाद पुलिस आयुक्त और अन्य उच्च अधिकारियों ने भाग लिया।
मंगलवार सुबह समापन समारोह में हिस्सा लेने हैदराबाद पहुंचे माननीय राष्ट्रपति का मुख्यमंत्री श्री के चंद्रशेखर राव ने हकीमपेट में स्वागत किया। बाद में शाम को वह माननीय राष्ट्रपति के साथ गाचीबोवली स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। राष्ट्रपति के साथ राज्यपाल तमिलसाई और केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री केसीआर राष्ट्रपति के साथ कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे।