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लखनऊ। 10 अक्टूबर
राजकीय औद्योगिक संस्थान आईटीआई में पढ़ने वाले छात्र अब क्लास रूम तक सीमित नहीं रहेंगे। उनके कौशल को निखारने के लिए प्रदेश सरकार विशेष प्रशिक्षण देगी । पढ़ाई के साथ साथ इन छात्रों को 1560 घंटे यानी लगभग नौ माह तक इंडस्ट्री में ट्रेनिंग दी जाएगी। अभी तक विभिन्न कोर्सों के लगभग 250 छात्रों को ही इस सुविधा का लाभ मिल पा रहा था पर अब 14 हजार से अधिक छात्रों को उद्योगों की सहभागिता से चलाए जा रहे ड्यूल सिस्टम ऑफ ट्रेनिंग के तहत व्यावहारिक प्रशिक्षण दिए जाने की तैयारी है। इससे अधिक छात्रों को इंडस्ट्री के हिसाब से तैयार किया जा सकेगा।
प्रदेश के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में पढ़ने वाले छात्रों को फिजिकल ट्रेनिंग के जरिए कुशल बनाया जाएगा। आईटीआई ड्यूल सिस्टम ऑफ ट्रेनिंग प्रोग्राम के जरिए इस साल 14 हजार छात्रों को इंडस्ट्री से जोड़ कर उनको ट्रेनिंग देने का काम करेगी। संस्थान के अनुसार इससे छात्रों को करीब से इंडस्ट्री को समझने का मौका मिलेगा। वहां किस तरह से काम होता है, इसकी जानकारी हासिल होगी। यही नहीं, कुशल बनने के बाद छात्रों को इंडस्ट्री में ही रोजगार मिलने की संभावनाएं बढ़ जाएगी।
कौशल विकास विभाग के मुताबिक ड्यूअल सिस्टम ऑफ ट्रेनिंग योजना के जरिए पढ़ाई के छात्रों को 1560 घंटे इंडस्ट्री में ट्रेनिंग कराई जाएगी। करीब 9 महीने की ट्रेनिंग के दौरान छात्र बेहतर तरीके से इंडस्ट्री को समझ सकेंगे। इसके अलावा एक वर्षीय कोर्स करने वाले छात्रों को 5 महीनें की ट्रेनिंग दी जाएगी। डीएसटी योजना के तहत इलेक्ट्रीशियन, फिटर, मशीनिस्ट, टर्नर, इलेक्ट्रानिक्स मैकेनिक, वेल्डर, मैकेनिक डीजल, मैकेनिक मोटर व्हीकल, कास्मेटोलाजी, टूल्स एंड डाई मेकर(डाईज एंड मोल्ड्स), ड्राफ्टमैन मैकेनिक, अटेंडेंट ऑपरेटर(केमिकल प्लांट), मैकेनिक रेफ्रिजरेशन एवं एयर कण्डीशनिंग, प्लंबर, ऑटोमोटिव बॉडी रिपेयर, ऑटोमोटिव पेंट रिपेयर कोर्स के छात्रों को इंडस्ट्री से जोड़ कर ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके बाद डीएसटी योजना को सभी कोर्सों से जोड़ने का काम किया जाएगा, ताकि इसका लाभ सभी छात्रों को मिल सके। इसके अलावा आईटीआई छात्रों के लिए ऑनजॉब ट्रेनिंग की भी व्यवस्था की गई है। इसमें आईटीआई में पढ़ने वाले छात्रों को अपने पूरे कोर्स के दौरान दो सप्ताह की ऑनजॉब ट्रेनिंग दिए जाने का काम भी किया जा रहा है।