Getting your Trinity Audio player ready...
|
आगरा,(विवेक कुमार जैन )। दस्य को नौकरी मिलेगीआगरा में पुलिस हिरासत में सफाई कर्मचारी की मौत के बाद परिजनों को दस लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की गयी है तथा परिवार के एक सदस्य को नौकरी मिलेगी।
आगरा में पुलिस हिरासत में सफाई कर्मचारी अरुण वाल्मीकि की मौत का मामला तूल पकड़ रहा था। सफाई कर्मचारी नेता पीडि़त परिवार के लिए मुआवजे और नौकरी की मांग कर रहे थे। इधर मामले में राजनीति भी तेज हो गई थी। इसके बाद मामले को यूपी सरकार ने गंभीरता से लिया था। डीएम ने शासन को घटनाक्रम से अवगत कराया था। आगरा प्रशासन के अनुसार मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ ने मृतक अरुण के परिवारीजनों को सांत्वना दी है। प्रदेश सरकार की ओर से पीडि़त परिवार को 1० लाख रुपये के मुआवजे और एक सदस्य को नौकरी की घोषणा की गई है।
इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश की सियासत गरमा गई है। कांग्रेस की प्रियंका गांधी और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने ट्वीट कर आगरा पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए। बुधवार दोपहर तक उत्तर प्रदेश सरकार ने इस पूरे मामले पर पीडि़त परिवार के साथ संवेदना व्यक्त की और उचित मुआवजे की घोषणा कर दी।
पुलिस ने सतर्कता बरतते हुए मृतक के भाई सोनू की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। यह थाना जगदीशपुरा में अज्ञात में दर्ज किया गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जांच कर दोषी पुलिस वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
मालूम हो कि आगरा के थाना जगदीशपुरा में 16 अक्टूबर की रात को मालखाने के ताले तोड़कर 25 लाख कैश चोरी कर लिया गया था। रविवार सुबह चोरी की जानकारी होने पर थाना प्रभारी सहित छह पुलिस कर्मी निलंबित कर दिए गए थे। चोरी करने के आरोप में पुलिस ने मंगलवार को सफाईकर्मी अरुण को अरेस्ट कर लिया था। इसके बाद पुलिस उससे पूछताछ कर रही थी। बताया जा रहा है कि पुलिस ने उसके पास से 15 लाख रुपये बरामद किए थे।
एसएसपी मुनिराज जी ने बताया कि अरुण ने मालखाने से 25 लाख कैश चोरी करने की घटना स्वीकार की थी। अन्य कैश की बरामदगी के लिए पुलिस अरुण को लेकर उसके घर पहुंची। तभी उसकी तबीयत बिगड़ गई। अरुण को उनके परिजनों की मौजूदगी में पुलिस अस्पताल लेकर पहुंची। वहां उसे मृत घोषित कर दिया।
आगरा में पोस्टमार्टमगृह पर सांत्वना देने पहुंचे कांग्रेस जिलाध्यक्ष से मारपीट
आगरा में पुलिस हिरासत में सफाई कर्मी अरुण वाल्मीकि की मौत के बाद पोस्टमार्टमगृह हाउस पर परिवार को सांत्वना देने पहुंचे कांग्रेस जिलाध्यक्ष राघवेंद्र सिंह मीनू से विवाद के बाद वाल्मीकि समाज के लोगों ने उनके साथ मारपीट कर दी। वाल्मीकि समाज ने कांग्रेस नेताओं पर राजनीति कर माहौल खराब करने का आरोप लगाया है। वहीं सफाईकर्मी की मौत पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को अवगत करा दिया गया है उनके आगरा आने की खबर है।
थाना जगदीशपुरा में मालखाने से 25 लाख रुपये गायब होने के बाद पुलिस ने थाने में आने वाले प्राइवेट सफाईकर्मी अरुण वाल्मीकि को हिरासत में लिया था। मंगलवार रात हिरासत के दौरान उसकी मौत होने के बाद बुधवार को शहर में माहौल गर्मा गया। पोस्टमार्टम हाउस पर वाल्मीकि समाज के लोग सुबह से एकत्र हैं। इस दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष राघवेंद्र सिंह मीनू मृतक के परिवार को सांत्वना देने के लिए पहुंचे थे। यहां वाल्मीकि समाज के लोगों से उनका विवाद हो गया। लोगों ने धक्का-मुक्की के बाद उनके साथ मारपीट कर दी थी। वहीं जिला कांग्रेस प्रवक्ता अनुज शिवहरे को गिराकर पीटा।
वाल्मीकि समाज के नेताओं ने कांगेसियों पर राजनीति करने व माहौल खराब करने के आरोप लगाये। वाल्मीकि समाज दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकद्मा दर्ज करने, मृतक के परिवार को मुआवजा व सरकारी नौकरी की मांग कर रहा है। वहीं अनुज शिवहरे का कहना है कि कांग्रेस जिलाध्यक्ष राघवेंद्र सिंह मीनू और शहर अध्यक्ष देवेंद्र कुमार चिल्लू मृतक की मां से बातचीत कर रहे थे, इसी दौरान वाल्मीकि समाज के एक नेता के इशारे पर कुछ लोगों ने मारपीट कर दी। अनुज के हाथ में चोट है। पूरे मामले से प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को अवगत कराया दिया गया है।प्रियंका गांधी और उनके आगरा आने का इंतजार हो रहा है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा, इस कारण गई जान
आगरा पुलिस की हिरासत में मरने वाले अरुण के शरीर पर चोट के चार निशान मिले हैं। नितंबों पर चोट के दो नीले निशान हैं। दोनों पैरों पर खरोच है। वहीं मौत का कारण हृदय घात से होना आया है। यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आया है। पुलिस रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई करेगी। अरुण के शव का पोस्टमार्टम दो डॉक्टरों के पैनल ने किया था। इसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई। इसके बाद रिपोर्ट आई।
पुलिस के मुताबिक रिपोर्ट में नितम्ब पर चोट के निशान है। यह नीले रंग के हैं। वही दोनों पैरों में खरोंच लगी है। यह कैसे लगी है, साफ नहीं हो सका है। एसएसपी मुनिराज जी ने बताया कि पैरों में खरोंच और नितम्ब पर निशान हैं। यह हाल के और पुराने हो सकते हैं। किसी अन्य अंगों पर चोट नहीं है, जिससे जान चली जाए। वहीं मौत का कारण है हृदय घात से होना आया है। इस आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
थाना जगदीशपुरा में मृतक अरुण के भाई सोनू ने मुकदमा दर्ज कराया है। इसमें लिखा कि मेरे भाई अरुण को थाने में चोरी के मामले में पुलिस पूछताछ करते हुए घर पर पैसे बरामदगी के लिए लाई थी। जब तलाशी व बरामदगी कर रहे थे, तभी अचानक अरुण की तबीयत खराब हो गई। हम व पुलिसवाले अस्पताल लाए थे, जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस की कड़ाई और बदसलूकी से भाई मरा है। इस पर कार्रवाई की जाए। मामले में अज्ञात में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पोस्टमार्टम हाउस पर अरुण की मां कमला देवी का हाल बेहाल था। वह एक ही बात कह रही थीं कि थाने में पुलिस वालों ने चोरी की। मगर, मार दिया मेरा बेटा। थाने में पुलिस थी तो वो अकेला कैसे चोरी कर सकता है? वह पुलिसवालों के नाम बताने वाला था, इसलिए उसकी जान ले ली।