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वाराणसी का पद्मविभूषण गिरिजा देवी सांस्कृतिक संकुल का मल्टीपर्पज़ हाल अब नए कलेवर में नज़र आएगा
योगी सरकार ने आकर्षक रंग रूप के साथ ही आधुनिक उपकरणों से किया लैस सांस्कृतिक संकुल के मल्टीपर्पज हाल के पुनर्विकास में ,6.94 करोड़ ख़र्च हुआ ,दूसरे चरण में 13.53 करोड़ की लागत से “काशी हाट” का निर्माण होना है
वाराणसी ,24 अक्टूबर।
वाराणसी का पद्मविभूषण स्वर्गीय गिरिजा देवी सांस्कृतिक संकुल का मल्टीपर्पज़ हाल अब नए कलेवर में नज़र आएगा। योगी सरकार ने इसके रंग रूप के साथ ही आधुनिक उपकरणों से लैस कर दिया है। क़रीब 9 एकड़ में बसे पद्मविभूषण गिरिजा देवी सांस्कृतिक संकुल के मल्टीपर्पज हाल के पुनर्विकास में 6.94 करोड़ लगे है। काशी वासियों को अब नगर में सांस्कृतिक समारोहों आदि के साथ सरकार या प्रशासन को प्रशासनिक कार्यक्रम के लिए शहर में एक आधुनिक हाल मिल गया है। प्रधानमंत्री अपने 25 अक्टूबर के वाराणसी दौरे में इस मल्टीपर्पज हाल को जनता को समर्पित करेंगे।
वाराणसी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष ईशा दुहन ने बताया कि मकबूल आलम रोड चौकाघाट, स्थित पद्मविभूषण गिरिजा देवी सांस्कृतिक संकुल का क्षेत्रफल लगभग 9 एकड़ है, जिसमें विभिन्न आयोजनों हेतु मल्टीपरपज हाल पूर्व से निर्मित है, जिसमें वैवाहिक कार्यक्रम एवं नगर के सांस्कृतिक समारोहों आदि के साथ-साथ प्रशासनिक कार्यक्रम भी आयोजित होते थे। प्रथम चरण में प्राधिकरण निधि से मल्टीपरपज हाल के पुर्नविकास का काम पूरा हो चूका है। जबकि दूसरे चरण में 13.53 करोड़ की लागत से काशी हाट का निर्माण होना है । जिसके माध्यम से सांस्कृतिक संकुल में एक जगह ,एक ऐसा माहौल बनाने की कोशिश है। जहा पूर्वांचल के हुनरमंद शिल्पियों को देशी और विदेशी खरीदार मिल सके। देशी-विदेशी पर्यटक पूर्वांचल के ख़ासा खान-पान स्वाद चख सके। ओपन थियेटर पूर्वांचल के कलाकारों को मंच देगा। और लुप्त होती लोक कलाओं को जिंदा रखने और लोगों को तक पहुंचाने में मदद करेगा। विश्व के पुरातन और जीवंत शहर काशी की विरासत को संजोकर एक जगह रखने लिए म्यूजियम का भी निर्माण होगा। ईशा दुहन ने बताया कि दूसरे चरण के निर्माण के लिए प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है।
वीडीए उपाध्यक्ष ने बताया कि प्राधिकरण की अवस्थापना निधि से पहले चरण के अन्तर्गत 6.94 करोड़ से मल्टीपरपज हाल के उच्चीकरण या पुनर्विकास के अन्तर्गत कराए गए है। जिससे हाल का उपयोग करने लोगों को सहूलियत और सुविधाएं मिल सके। हाल में आधुनिक ध्वनि उपकरण ,स्टेज पर लाइटिंग,ग्रीन हाउस ,एलईडी स्क्रीन आदि की व्यवस्था है। फाल्स सीलिंग, वूडेन वाल पैनिलिंग, स्टेज पर वूडेन फ्लोरिंग हाल के ख़ूबसूरती में चार चाँद लगा रहे है। आकर्षक प्रवेश द्वार बाहर की तरफ रेड सेन्ड (30 एमएम.) स्टोन क्लैड्डिंग तथा फ्लोरिंग में 18 एम.एम. थिक स्टोन लगने से ख़ूबसूरती बढ़ गई है। पूरे हाल को वातानुकूलित रखने के लिए समुचित एसी भी लगाए गए है। इसके अलावा जलापूर्ति एवं सेनेटरी कार्य। आंतरिक विद्युतीकरण का कार्य। हाल के अन्दर लगभग 718 स्क्वायर मी. में रेड ओरियन ब्लैक कारपेट बिछा है । और आग से लड़ने के लिए आधुनिक फायर फाइटिंग एवं फायर एलार्म भी लगाया गया है । हाल में क़रीब 400 से 500 लोगो के लिए कुर्सिया लगाई जा सकती है। दिव्यांगों के लिए भी विशेष व्यवस्था है। हाल को किस किस कार्यकर्मो के लिए इस्तेमाल के लिए दिया जाएगा इसका निर्धारण जल्दी ही प्राधिकरण करेगा।