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विवेक कुमार जैन
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मैनपुरी राजनीति केंद्र बना हुआ है। करहल विधानसभा सीट से सोमवार को सपा मुखिया अखिलेश यादव ने नामांकन दाखिल किया। वहीं कुछ देर बाद ही मैनपुरी में मोदी सरकार के मंत्री और आगरा के सांसद प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल ने नामांकन दाखिल किया है। भाजपा ने अखिलेश यादव के खिलाफ करहल विधानसभा सीट से उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया है।
आगरा के सांसद प्रो. एसपी सिंह बघेल उत्तर प्रदेश के औरैया जिले के भटपुरा के मूल निवासी हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस में बतौर सब इंस्पेक्टर के रूप में तैनात रहे बघेल 1989 में मुलायम सिंह यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनकी सुरक्षा में शामिल हो गए। बघेल से प्रभावित मुलायम सिंह यादव ने उनको जलेसर सीट से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर 1998 में पहली बार उतारा था। एसपी सिंह बघेल ने अपने पहले ही चुनाव में जीत दर्ज की। उसके बाद दो बार सांसद चुने गए। 2010 में बसपा ने उन्हें राज्यसभा में भेजा। साथ ही राष्ट्रीय महासचिव की जिम्मेदारी भी दी। 2014 में फिरोजाबाद लोकसभा से सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव के पुत्र अक्षय यादव के सामने चुनाव लड़े, लेकिन चुनाव हार गए थे।2014 में मिली हार के बाद एसपी सिंह बघेल ने राज्यसभा से इस्तीफा देकर भाजपा की सदस्यता ली। भाजपा पिछड़ा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिए गए। विधानसभा चुनाव 2017 में टूंडला सुरक्षित सीट से भाजपा विधायक बने। इसके बाद उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की टीम में शामिल किया गया। पशुधन, लघु सिंचाई एवं मत्स्य विभाग संभाला।लेकिन
2017 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने आगरा लोकसभा क्षेत्र से तत्कालीन सांसद रामशंकर कठेरिया के स्थान पर उन्हें टिकट दिया। यहां से भी प्रो. एसपी सिंह बघेल ने शानदार जीत दर्ज की। उन्हें 7 जुलाई 2021 को केंद्रीय कैबिनेट में कानून एवम न्याय राज्यमंत्री बनाया गया था।