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विवेक कुमार जैन
आगरा,15 फरवरी। उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने आगरा से नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग के 6 सदस्यों को अरेस्ट किया है। इनमें गैंग का सरगना भी शामिल है। एसटीएफ उत्तर प्रदेश को विगत काफी दिनों से सस्ते ब्याज दर पर लोन देने का लालच देकर ठगी करने वाले गैंग के सक्रिय होने के सम्बन्ध में सूचनायें प्राप्त हो रहीं थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ को सूचना मिली कि आगरा के थाना ताजगंज में नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगी करने वाला एक गैंग संचालित है।
इस सूचना के आधार पर पुलिस की एक टीम गठित की गई और तत्काल राजपुर चुंगी शमशाबाद रोड आगरा पर साइबर थाना रेंज, आगरा की टीम को साथ लेकर मुखबिर द्वारा बताये गये स्थान थाना सदर स्थित गुलमोहर कालोनी शमशाबाद रोड पर पहुंची। यहां ऋषि कुमार पुुत्र नन्दलाल के मकान में एक आफिस चल रहा था। पूछताछ करने के बाद नौकरी लगवाने की ठगी की तस्दीक होने पर 6 अभियुक्तो को पकड़ लिया। ये लोग अब तक करीब दो करोड़ रुपये तक की ठगी कर चुके हैं।
पकड़े गये आरोपियों में अजय कुमार पुत्र रामसुधार नि0वासी ग्राम धनधनुआ पोस्ट ओरही थाना सरायख्वाजा, जौनपुर, पुष्पेंद्र कुमार पुत्र प्रेमपाल सिंह निवासी ग्राम हंसपुर पोस्ट जरानी खुर्जकला थाना सकरौली जनपद एटा, रामकिशन पुत्र ओमप्रकाश निवासी ग्राम इदौन थाना फतेहाबाद, आगरा, नारायण सिंह पुत्र करुआराम निवासी ग्राम मांगरौल मनिया जिला धौलपुर राजस्थान, वीकेंद्र कुमार पुत्र योगेंद्र पाल सिंह निवासी ग्राम व पोस्ट अल्लाह अदातपुर थाना हरदुआगंज, जिला अलीगढ़, अमरेंद्र कुमार पुत्र जयगोविंद निवासी ग्राम व पोस्ट बरगदवाखुर्द, थाना बखिरा, जिला संत कबीरनगर हैं।
इनसे एक अदद लैपटाप, 3315 रुपये नकद, 23 अदद मोबाइल फोन विभिन्न कम्पनी के , चार एटीएम विभिन्न कम्पनी के , आठ अदद सिम विभिन्न कंपनी कीं, एक अदद पेनकार्ड, एक अदद श्रम कार्ड, एक अदद पेन ड्राइव, एक अदद ओटीजी डिवाइस, एक अदद स्मार्ट वॉच, चार अदद फाइल, दो अदद मोटरसाइकिल न.- यूपी 82 एएच 39601 व यूपी 80एफएच 6520 बरामद की है।
गैंग से पूछताछ करने पर बताया कि इस कार्य को हम लोगों द्वारा आनलाइन विज्ञापन डालकर बेरोजगार लड़के/ लड़कियों को नौकरी लगवाने का झांसा
देकर फर्जी सिम से कॉल कर बताते थे कि हम लोग विभिन्न कम्पनियो मे योग्यता के आधार पर नौकरी लगवाते हैं, क्योंकि अभी कोरोना महामारी चल रही है तो फोन पर साक्षात्कार लिया जा रहा है। साक्षात्कार लेकर बताते थे कि आपकी नौकरी लग गयी हैं फिर मेडिकल, पुलिस वेरीफिकेशन के नाम पर पैसा लिया जाता था। बाद मे फर्जी आफर लेटर डालकर बताते थे कि आपकी नौकरी लग गयी है, उनसे फिर सिक्योरिटी के नाम पर पैसा लिया जाता था व अन्य बहुत से बेरोजगार लड़के/ लड़कियों को विदेश मे नौकरी लगवाने के लिए पेपर वर्क, बीजा वर्क परमिट आदि विभिन्न पेपर वर्क करने के नाम पर अपने फर्जी बैंक खातों में रूपये ट्रान्सफर कराकर ठगी करते थे तथा हमारी हिस्सेदारी भी बराबर तय हुई थी। इस काम में हम सभी सहभागी हैं, यह काम हम लोग काफी समय से कर रहे हैं।