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मुंबई खेल संवादाता ,
भारत के तेज गेंदबाज एस. श्रीसंत ने भारतीय घरेलू क्रिकेट से संन्यास का एलान कर दिया है। उन्होंने यह जानकरी ट्वीटर पर दी। श्रीसंत ने भारत के लिए अपना अंतिम मैच 11 साल पहले खेला था। 2013 में मैच फिक्सिंग में फंसने के बाद ही से क्रिकेट से वह दूर हो गए थे । उन्होंने पिछले साल घरेलू क्रिकेट में वापसी जरूर की, लेकिन वे आईपीएल के लिए भी नहीं चुने गए। श्रीसंत की योजना एक क्रिकेट अकादमी खोलने की है। साथ ही वे विदेशी लीगों में खेलना चाहते हैं।
श्रीसंत ने ट्विटर पर लिखा- युवा खिलाड़ियों के लिए मैंने अपना घरेलू क्रिकेट करियर को समाप्त करने का फैसला किया है। यह निर्णय सिर्फ मेरा है। मैं जानता हूं कि इससे मुझे खुशी नहीं मिलेगी, लेकिन यह फैसला लेने का सही समय है। मैंने क्रिकेट के मैदान पर हर पल को यादगार बनाया है। उसे संजोया है। मेरे परिवार, मेरे साथियों और भारत के लोगों का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए सम्मान की बात है।
— Sreesanth (@sreesanth36) March 2, 2022
श्रीसंत अपने क्रिकेट करियर की शुरुवात 25 अक्टूबर 2005 को नागपुर में श्रीलंका के खिलाफ वनडे खेल कर किया था । इसके बाद एक मार्च 2006 को इंग्लैंड के खिलाफ नागपुर में ही पहला टेस्ट खेला था। एक दिसंबर 2006 को उन्हें जोहानिसबर्ग में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहला टी20 खेलने का अवसर मिला था। श्रीसंत ने 27 टेस्ट में 87 विकेट लिए। तीन बार पारी में पांच विकेट लिए थे। वनडे में श्रीसंत के रिकॉर्ड को देखें तो उन्होंने 53 मुकाबलों में 75 विकेट झटके थे। एक बार मैच में पांच विकेट लिया था। वहीं, 10 टी20 मैचों में श्रीसंत ने सात विकेट लिए थे। 44 आईपीएल मैचों में उनके नाम 40 विकेट हैं।
तीनों फॉर्मेट में भारत के लिए उनके अंतिम मैच की बात करें तो आखिरी टेस्ट मैच 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ ओवल, आखिरी वनडे उसी साल श्रीलंका के खिलाफ मुंबई और आखिरी टी20 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न में खेला था। श्रीसंत 2011 में वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के सदस्य थे। उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ फाइनल भी खेला था। वह उनका आखिरी वनडे मैच साबित हुआ।
74 प्रथम श्रेणी मैचों में श्रीसंत ने 213 विकेट लिए। हाल ही में उन्हें नौ साल बाद सफलता मिली थी। इसके अलावा 92 लिस्ट-ए मैचों में उन्होंने 124 और 65 टी20 मैचों में 54 विकेट लिए। उन्होंने 17 फरवरी 2022 को मेघालय के खिलाफ रणजी मैच खेला था। वह उनका आखिरी घरेलू मैच साबित हुआ। पिछले साल फरवरी में उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में हिस्सा लिया था।
मैच फिक्सिंग के आरोपों के कारण बीसीसीआई ने उन पर 2013 में आजीवन प्रतिबंध लगाया था। श्रीसंत को 2015 में स्पेशल कोर्ट ने सभी आरोपों से बरी किया था। इसके बाद केरल हाईकोर्ट ने 2018 में उनके ऊपर लगे सभी प्रतिबंधों को हटा दिया गया था। हालांकि, हाईकोर्ट की खंडपीठ ने बाद में प्रतिबंध को बहाल कर दिया था। इसके बाद श्रीसंत ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। शीर्ष अदालत ने उनके अपराध को बरकरार रखा। बीसीसीआई को सजा की अवधि कम करने की सिफारिश की थी। अगस्त 2019 में बीसीसीआई के लोकपाल डीके जैन ने आजीवन प्रतिबंध को घटाकर 7 साल कर दिया। वह सितंबर 2020 में समाप्त हो गया।
Format
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M
|
W
|
Econ
|
Avg
|
---|---|---|---|---|
Test
2006–11
|
27
|
87
|
3.62
|
37.6
|
ODI
2005–11
|
53
|
75
|
6.07
|
33.4
|
T20I
2006–08
|
10
|
7
|
8.47
|
41.1
|
IPL
2008–13
|
44
|
40
|
8.14
|
29.9
|