Getting your Trinity Audio player ready...
|
विवेक कुमार जैन
आगरा 21 फरवरी।
थाना सिकंदरा पुलिस ने अरतौनी के रहने वाले युवक हैदर को गिरफ्तार किया है। वह तीन थानों की पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था। वह सूने घर का ताला एक मिनट में तोड़ा देता है। पुलिस से बचने के तरीके जानता है। अपना मोबाइल बंद रखता है। चोरी करने के बाद सिम और मोबाइल बदल लेता है। गश्त के दौरान पुलिस मिलने पर राहगीर बन जाता था। चोरी किए जेवरात आगरा के अलावा अलीगढ़ और फिरोजाबाद के सराफों को बेचता था। पुलिस ने एक सराफ को भी पकड़ा है।
सीओ हरीपर्वत एएसपी सत्य नरायन ने बताया कि एक महीने पहले थाना न्यू आगरा में चोरी के मामले में दो आरोपी मनीष और राजू को गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने हैदर का नाम बताया था। वो अरतोनी में किराये पर रहता है। इस पर पुलिस उसके घर पहुंची। मगर, वो मिला नहीं। इस पर उसकी तलाश की गई। रविवार को बाईंपुर रोड पर मुखबिर की सूचना पर आरोपी को पकड़ लिया गया।
आरोपी हैदर से पूछताछ में पता चला कि उस पर 20 मुकदमे दर्ज हैं। पहला मुकदमा वर्ष 2015 में थाना न्यू आगरा में लिखा गया था। इसके बाद चोरी, गैंगस्टर एक्ट, आर्म्स एक्ट के मुकदमे दर्ज हुए। दो केस में उसे सजा हो गई थी। एक मामले में सजा काटकर वो सितंबर 2021 में जेल से छूटकर आया था। इसके बाद उसने थाना न्यू आगरा, सिकंदरा और हरीपर्वत में चोरी कीं। छह फरवरी को सिकंदरा में जेल से जमानत पर छूटे अपने साथी राजू के साथ चोरी की थी।
वह सूने घर की रेकी दिन में करता है। चोरी करने अकेले ही जाता है। अपने पास ऐसे औजार रखता है, जिनकी मदद से एक मिनट में ही बाहरी ताला तोड़ देता है। गेट पर लगे इंटरलॉक को तोड़ने में भी दस से 15 मिनट ही लगाता है। अगर, चोरी करते समय गश्त करते सिपाही आ जाते हैं तो छिप जाता है, निकलता नहीं है।
अगर, रास्ते में पुलिस टोक देती है तो राहगीर बताता है। वह चोरी के जेवरात आगरा के कोतवाली और एमएम के सराफ बाजार के अलावा अलीगढ़ और फिरोजाबाद में बेच देता है। पुलिस ने मोती कटरा निवासी सराफ राजकुमार वर्मा को पकड़ा है। वह हैदर से आधी कीमत में जेवरात खरीद लेता था। इनको गलाने के बाद नए जेवरात तैयार करता था।
पुलिस की पूछताछ में हैदर ने बताया कि उसने जेल में ऐसे अपराधी मिले, जो अक्सर पुलिस से बचने के तरीकों पर बात करते थे। इसमें पता चला था कि सर्विलांस की मदद से पुलिस पकड़ लेती है। वो बचने के तरीके भी बताते थे। इससे ही वो वारदात से पहले मोबाइल बंद कर लेता है, इसे तब तक नहीं खोलता है, जब तक चोरी किए माल को बेच नहीं देता है। एक और दो वारदात के बाद मोबाइल और सिम भी बदल लेता है।