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विवेक कुमार जैन
आगरा,31 मार्च।
दौसा राजस्थान में चिकित्सक की आत्महत्या के विरोध में आईएमए के ऐलान के बाद निजी चिकित्सक 24 घण्टे की काम बंद हड़ताल पर चले गये। जिससे आसपास के जिलों के गंभीर मरीजों के उपचार को लेकर आये तीमारदारों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इधर निजी चिकित्सक की हड़ताल के बाद जिला अस्पताल, एसएन मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में मरीजों की कतारें लग गयीं। ग्रामीण अंचल के चिकित्सक केंद्रों पर भी मरीजों की भीड़ देखी गयी।
दौसा में चिकित्सक डॉ. अर्चना शर्मा के खिलाफ मुकद्मा दर्ज होने और खुदकुशी करने की घटना के विरोध में आईएमए के ऐलान के बाद गुरुवार को डॉक्टर 24 घण्टे की हड़ताल पर चले गये। इसके बाद निजी अस्पताल और नर्सिंग होमों पर इमरजैंसी सेवायें भी ठप रहीं। डॉ.राजीव उपाध्याय के अनुसार हड़ताल के चलते चिकित्सक शुक्रवार की सुबह छह बजे तक इमरजैंसी सेवायें नहीं देंगे।
आईएमए के नवनिर्वाचित अध्यक्ष डॉ.ओपी यादव, डॉ.आरएम पचौरी, डॉ.पंकज नगायच ने कहा कि घटना के विरोध में चिकित्सकों ने शाम को पांच बजे शहीद स्मारक पर शांति मार्च निकाला। जिसमें चिकित्सक, चिकित्सा कर्मचारी और एंबुलेंस से जुड़े कर्मचारी शामिल रहे।
इधर निजी चिकित्सकों की हड़ताल के चलते जिले और आसपास के जिलों से गंभीर मरीजों को लेकर तीमारदार एक के बाद एक अस्पताल की ओर दौड़ते रहे। घण्टों की कवायद के बाद तीमारदारों को सरकारी अस्पताल की ओर रुख करना पड़ा। ऐसे में ग्रामीण अंचल की पीएचसी, सीएचसी से लेकर एसएन मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में ओपीडी से लेकर वार्ड तक में मरीज और तीमारदारों की भीड़ लगी रही।