Getting your Trinity Audio player ready...
|
10 सितंबर, लखनऊ। आम लोगों की जान से खेलने वाले शराब माफिया पर प्रदेश सरकार वज्रपात बनकर टूटी है। आलम यह है कि खुद शपथ पत्र देकर सुधरने की बात कह रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश स्तर पर पहली बार 586 मादक पदार्थ और शराब माफिया को चिह्नित कर 3421 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। साथ ही 534 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। 367 शराब माफिया पर गैंगेस्टर लगा गया है। साथ ही 11 शराब माफिया की कुर्की और 101 शराब माफिया की एक अरब 13 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति जब्त की गई है।
सीएम योगी ने जहरीली शराब से होने वाली मौतों पर रोक लगाने के लिए देश में पहली बार आबकारी अधिनियम में संशोधन कर फांसी की सजा तक का प्रावधान किया है। प्रदेश में शराब माफिया का सिंडिकेट तोड़ने के लिए यूपी पुलिस और आबकारी विभाग संयुक्त अभियान चला रहा है। पुलिस विभाग के जुलाई तक के आंकड़ों के मुताबिक जुलाई माह तक 162 शराब माफिया पर गुंडा एक्ट के तहत कार्यवाही की गई है और 196 आरोपियों की हिस्ट्रीशीट खोली गई है। इसके अलावा दो शस्त्र लाइसेंस निरस्त किए गए हैं और 154 आरोपियों को जेल भेजा गया है।
सहारनपुर जिले के कुख्यात तस्कर ने सपरिवार अवैध शराब संबंधी कार्य न करने का दिया शपथपत्र
सहारनपुर जिले के कुख्यात तस्कर मोनू उर्फ जहाज ने सपरिवार अवैध शराब संबंधी कार्य न करने का शपथपत्र दिया है। मोनू जहाज सहारनपुर के करीब 100 गांवों में हरियाणा की करीब 125 पेटी रोज सप्लाई करता था। मोनू उर्फ जहाज पर 20 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। मोनू के खिलाफ आबकारी अधिनियम के साथ जानलेवा हमला जैसी गंभीर धारा और एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा है। मुकदमे में मोनू जहाज की पत्नी भी आरोपी थी। मोनू जहाज की संपत्ति भी जब्त की जा चुकी है।
12 दिन में 1051 आरोपी गिरफ्तार, 29 वाहन जब्त
आबकारी विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय आर भूसरेड्डी के मुताबिक 26 अगस्त से छह सितम्बर तक चलाए गए विशेष प्रवर्तन अभियान में अवैध शराब के निर्माण, बिक्री, तस्करी की रोकथाम के लिए लगातार दबिश और चेकिंग की जा रही है। पांच सितम्बर तक प्रदेश में 2807 मुकदमे किए गए हैं, जिसमें 73,660 लीटर अवैध शराब बरामद की गई है। अवैध शराब के कारोबार में संलिप्त 1051 आरोपियों को गिरफ्तार कर कर 29 वाहन जब्त किए गए हैं।
अलीगढ़ में शराब माफिया से 70 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त
अलीगढ़ जिले में शराब माफिया से 70 करोड़ 71 लाख से अधिक की सम्पत्ति जब्त की गई है और एक करोड़ 59 लाख रुपए से अधिक की सम्पत्ति को जब्त करने की कार्यवाही चल रही है। मई में जहरीली शराब के मामले में 87 आरोपियों को जेल भेजा गया है और नौ मुकदमों में 73 आरोपियों के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्यवाही की गई है। साथ ही 80 शराब तस्करों की हिस्ट्रीशीट खोली गई है। अवैध शराब के कारोबार में लिप्त 74 अभियुक्तों के खिलाफ नौ गैंग पंजीकृत किए गए हैं।