Getting your Trinity Audio player ready...
|
गाँधीनगर, 17 सितम्बर 2022:
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि देश के आर्थिक विकास में स्टूडेंट स्टार्टअप्स का भी महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि सरकार स्टूडेंट स्टार्टअप क्षेत्र में हर तरह का सहयोग देने को कटिबद्ध है।
अहमदाबाद में शनिवार को शिक्षा विभाग की ओर से आयोजित ‘स्टूडेंट स्टार्टअप, रिसर्च एंड इनोवेशन फेस्टिवल’ का उद्घाटन करते हुए उन्होंने यह बात कही।
17 सितंबर से 15 अक्टूबर के दौरान राज्य के 175 शैक्षणिक संस्थानों में आयोजित होने वाले ‘स्टूडेंट स्टार्टअप, रिसर्च एंड इनोवेशन फेस्टिवल’ का मुख्य उद्देश्य अनुसंधान और नवाचार के क्षेत्र में गुजरात को तेजी से आगे बढ़ाना और आत्मनिर्भर भारत के लिए युवाओं का सशक्तिकरण करना है।
मुख्यमंत्रीजेड श्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि जनप्रिय जननायक, युवा शक्ति के प्रेरणास्रोत और वैश्विक नेता श्री नरेन्द्र मोदी के जन्म दिवस के अवसर पर स्टूडेंट स्टार्टअप, रिसर्च एंड इनोवेशन फेस्टिवल का शुभारंभ हुआ है। आज का दिन हम सभी के लिए एक ऐतिहासिक और यादगार दिवस भी बना है।
स्टार्टअप क्षेत्र की बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के आर्थिक विकास में स्टूडेंट स्टार्टअप का भी काफी महत्व है। आज साधारण विद्यार्थी को भी किसी भी तरह की आर्थिक कठिनाई होने पर सरकार उसे मदद करती है और उसे मार्केट तक ले जाने में सहयोग भी देती है। इस वजह से ही गुजरात स्टार्टअप रैंकिंग में लगातार तीन वर्षों से पहले पायदान पर कायम है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि गुजरात ने हाल ही में सेमीकंडक्टर नीति की घोषणा की है। आने वाले समय में गुजरात सेमीकंडक्टर चिप का हब बनने जा रहा है। सेमीकंडक्टर बनाने वाली कंपनियों के साथ एमओयू भी हो चुके हैं। सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री के कारण गुजरात के 1 लाख युवाओं को रोजगार प्राप्त होगा।
शिक्षा मंत्री श्री जीतूभाई वाघाणी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी से प्रेरणा लेकर राज्य का शिक्षा विभाग भी आज इस शुभ दिवस पर ‘विश्वास से विकास यात्रा’ के अंतर्गत ‘स्टूडेंट स्टार्टअप, रिसर्च एंड इनोवेशन फेस्टिवल’ नामक अनोखे फेस्टिवल की शुरुआत करने जा रहा है।
उन्होंने कहा कि हमारे लोकप्रिय प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन के तहत राज्य के ऊर्जावान मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में आज राज्य के विकास की गति तेज बनी है। आज डबल इंजन की सरकार सभी क्षेत्रों में छोटे-बड़े, हर तरह के जनहितकारी निर्णय लेकर विभिन्न लोकोपयोगी योजनाओं के साथ जन कल्याण के लिए प्रयासरत है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुरूप अगले पांच वर्षों के लिए 500 करोड़ रुपए के प्रावधान के साथ एसएसआईपी 2.0 को लॉन्च किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह एक अनोखा फेस्टिवल है, जिसके अंतर्गत दुनिया में पहली बार लगातार एक महीने तक 175 शैक्षणिक संस्थानों में अनुसंधान, नवाचार और स्टार्टअप से संबंधित सुचारु कार्यक्रमों का आयोजन होगा। उन्होंने कहा कि स्टूडेंट स्टार्टअप एंड इनोवेशन पॉलिसी केवल पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों तक ही सीमित नहीं है। इस पॉलिसी के अंतर्गत 35 वर्ष की उम्र तक के सभी युवाओं को अपने आइडिया को विकसित कर बाजार तक ले जाने के लिए अलग-अलग स्तर के कार्यों के लिए कुल 2.50 लाख रुपए तक की सहायता दी जाएगी।
इस अवसर पर स्टूडेंट स्टार्टअप एंड इनोवेशन पॉलिसी (एसएसआईपी 2.0) के अंतर्गत यूनिवर्सिटियों और संस्थानों को अनुदान वितरित करने के साथ ही गुजरात एक्रेडिटेशन एंड रैंकिंग इंस्टीट्यूट मैकेनिज्म एंड अरैंजमेंट (गरिमा) के लोगो का अनावरण भी किया गया। इसके अलावा, मुख्यमंत्री युवा स्वावलंबन योजना (एमवाईएसवाई) के लाभार्थियों तथा स्कीम ऑफ डेवलपिंग हाई क्वालिटी रिसर्च (शोध) के अंतर्गत शोधकर्ताओं को सहायता वितरित की गई।
इस मौके पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के कार्यान्वयन के पहले दो वर्षों के कॉम्पेंडियम का विमोचन भी किया गया। इस अवसर पर कुल 15 महिला स्टार्टअप को भी सम्मानित किया गया।
मैजिक (मार्केट, एकेडमिया, गवर्नमेंट, इंडस्ट्री, कम्यूनिटी) कनेक्ट के अंतर्गत स्टार्टअप को और ज्यादा मजबूत करने के उद्देश्य से विभिन्न सरकारी विभागों, शैक्षणिक संस्थानों और उद्योग घरानों-औद्योगिक संस्थानों के बीच दस एमओयू का आदान-प्रदान किया गया।
उल्लेखनीय है कि शोध योजना के अंतर्गत वर्ष 2019 से अब तक कुल 1746 विद्यार्थियों को कुल 42.69 करोड़ रुपए की सहायता का भुगतान किया गया है। जबकि मुख्यमंत्री युवा स्वावलंबन योजना के अंतर्गत वर्ष 2015-16 से अब तक कुल 3,43,955 विद्यार्थियों को 1470.04 करोड़ रुपए की सहायता प्रदान की गई है। वर्ष 2020-21 में कुल 65,239 विद्यार्थियों को कुल 298.98 करोड़ रुपए की सहायता प्रदान की गई है।