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गन्ना विकास विभाग ड्रिप सिंचाई के जरिए किसानों को बड़ी राहत देने जा रहा है। विभाग 2021-22 में 30 हजार हेक्टेयर गन्ना क्षेत्र में ड्रिप सिंचाई संयंत्र स्थापित करने जा रहा है। इससे किसानों को सिंचाई जल की बचत होगी और उपज में बढ़ोत्तरी भी होगी। किसान उपसतह ड्रिप सिंचाई तकनीक के जरिए गन्ना खेती में सिंचाई के लिए आवश्यक पानी की मात्रा को कम कर सकेंगे।
कोरोना काल में चीनी मिलों का संचालन हो या फिर गन्ना किसानों को समय पर भुगतान। प्रदेश सरकार किसानों को सहूलियत देने के साथ उनकी आमदनी बढ़ाने का काम कर रही है। इसमें गन्ना विकास विभाग ड्रिप सिंचाई के जरिए पानी बचाने की तकनीक से किसानों को समृद्ध बनाने जा रही है। गन्ना विभाग के अनुसार ड्रिप सिंचाई योजना के लिए प्रदेश के 2566 किसानों का चयन किया गया है। जिनको इसका लाभ दिया जाएगा। ड्रिप सिंचाई के जरिए सिंचाई जल के उपयोग में 50 से 60 प्रतिशत पानी की बचत होगी। विभाग के अनुसार इस तकनीक से एक और बड़ा लाभ भी होगा। इससे भूगर्भ जल के दोहन में काफी कमी आएगी। पेराई सत्र 2021-22 में 30 हजार हेक्टेयर गन्ना क्षेत्र में ड्रिप सिंचाई संयंत्र लगाए जाने की योजना है। इसके बाद योजना का दायरा बढ़ाया जाएगा।
छोटे किसानों को मिलेगा बड़ा फायदा
गन्ना विभाग के अनुसार इस योजना से छोटे गन्ना किसानों को बढ़ा फायदा मिलेगा। गन्ना खेती से उनकी आमदी में इजाफा होगा। इस योजना से बीपीएल कार्ड धारक, अनुसूचित जाति व जनजाति के किसानों को लाभांवित किया जाएगा। जल संसाधनों के बेहतरीन मैनेजमेंट से किसानों की आमदनी बढ़ जाएगी। गन्ना विकास विभाग इस योजना को व्यापक पैमाने पर लागू करने पर भी विचार कर रहा है। विभाग के अनुसार किसानों को लगातार तकनीक से जोड़ कर उनकी आय में बढ़ोत्तरी करने का प्रयास सरकार कर रही है। इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं।