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हैदराबाद। तेलंगाना विधान सभा का सत्र तीन अगस्त से शुरू होगा। मुख्यमंत्री श्री के.चंद्रशेखर राव राज्य में बाढ से हुए नुकसान की समीक्षा के लिए कैबिनेट की बैठक 31 अगस्त को बुलाई है। कैबिनेट की बैठक में करीब पचास विषयों पर चर्चा होगी। कैबिनेट भारी वर्षा के कारण आई बाढ की समीक्षा करेगी। साथ ही कैबिनेट की बैठक में भारी वर्षा से सड़कों के कटने और परिवहन मार्ग को हुए नुकसान पर चर्चा की जाएगी।
इसके पूर्व मुखम्यमंत्री श्री के चंद्रशेखर राव ने बाढ से बचाव कार्य और जानमाल के नुकसान को रोकने ने लिए स्थिति की स्वयं निगरानी की।
उन्होने सभी मंत्रियों, जन प्रतिनिधियों और अधिकारियों को लोगों को अवांछित घटनाओं से बचाने और जानमाल के नुकसान को रोकने के लिए तुरंत उपाय करने का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री ने मंत्रियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि किसी की जान न जाए और कहीं भी दुर्घटना हो तो तुरंत बेहतर इलाज का इंतजाम किया जाए।
मुख्यमंत्री केसीआर ने मंत्रियों को यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया कि संबंधित जिलों के सभी विधायक और जन प्रतिनिधि बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के लोगों को सुरक्षित क्षेत्रों में ले जाएं और अधिकारियों के साथ समन्वय कर सभी सुरक्षात्मक उपाय करें।
मुख्यमंत्री केसीआर ने मुख्य सचिव शांति कुमारी को तत्काल सुरक्षात्मक उपाय के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद मुख्यसचिव ने अधिकारियों के साथ टेलीकांफ्रेंस के द्वारा समीक्षा की गई और प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएस टीमें, हेलीकॉप्टर, भोजन, दवा और अन्य मशीनरी जैसी बचाव आपूर्ति भेजने की कार्रवाई की गई है। आपदा प्रबंधन विभाग, अग्निशमन सेवा विभाग और पुलिस विभाग को राहत उपायों के साथ समन्वयित किया गया है।
मुख्यमंत्री केसीआर ने राज्य के डीजीपी को राहत कार्यों में भाग लेने के लिए पुलिस को अलर्ट करने का आदेश दिया है। राज्य स्तरीय बाढ़ निगरानी केंद्र स्थापित किया गया है और डीजीपी इसकी निगरानी कर रहे हैं। निचले इलाकों में लोगों को स्थानांतरित करने के लिए पुलिस द्वारा किए गए प्रयास सफल हो रहे हैं।
सिंचाई अधिकारियों को निर्देश
लगातार बारिश के मद्देनजर, गोदावरी, उसकी सहायक नदियाँ और नाले खतरे के निशान से उपर बह रहे हैं। मुख्यमंत्री ने फोन पर मुख्य अभियंताओं से बाढ़ के प्रवाह को कम करने के लिए कदम उठाने को कहा है। मुख्यमंत्री ने कालेश्वरम परियोजना, कडेम परियोजना, मिड मानेरू, लोअर मानेरू और अन्य परियोजनाओं के मुख्य अभियंताओं को बुलाया है और स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।
मंत्रियों को निर्देश
मुख्यमंत्री केसीआर ने मंत्रियों को अधिकारियों के साथ समन्वय करने और राहत उपायों में भाग लेने के आदेश जारी किए हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि राज्य में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके और जानमाल का नुकसान न हो।
मुख्यमंत्री के आदेश पर मंत्री केटीआर ने जीएचएमसी का व्यापक दौरा किया। वे लोगों से मिलते रहे और अधिकारियों को आदेश देते हुए सुरक्षात्मक उपायों के लिए आगे बढ़े। उन्होंने जीएचएमसी अधिकारियों को जलग्रहण क्षेत्रों का दौरा करने और राहत उपाय करने का निर्देश दिया। उन्होंने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और लोगों को आश्वस्त किया। जीएचएमसी अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपनी छुट्टियां रद्द कर दी हैं और बाढ़ वाले क्षेत्रों में राहत कार्यों में भाग लेने के लिए कदम उठाए हैं।
मुख्यमंत्री ने मंत्री सत्यवती राठौड़ को फोन किया और गोदावरी जलग्रहण क्षेत्रों की स्थिति के बारे में जानकारी ली। जलमग्न मोरमपल्ली गांव में लोगों को बचाने के लिए स्थिति की समीक्षा की गई। मंत्री कोप्पुला ईश्वर ने धर्मपुरी के निचले इलाकों का दौरा किया, लोगों को पुनर्वास केंद्रों में स्थानांतरित किया और लोगों को भोजन और कपड़े उपलब्ध कराए।
मुख्यमंत्री केसीआर के निर्देश के अनुसार, मंत्री हरीश राव ने अधिकारियों के साथ टेलीकांफ्रेंस की, राज्य स्तर पर एक कमांड कंट्रोल सेंटर स्थापित किया, जिलों में कॉल सेंटर स्थापित किए और जहां भी जरूरत हो, आपातकालीन चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने के लिए अधिकारियों को सचेत किया। मंत्री वेमुला प्रशांत रेड्डी ने निज़ामाबाद जिलों में पुनर्वास राहत गतिविधियाँ शुरू की हैं। सीएम केसीआर ने प्रशांत रेड्डी को फोन कर स्थिति की जानकारी ली।
सीएम केसीआर के आदेशानुसार मंत्री एर्राबेल्ली दयाकर राव ने अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की और मुलुगु जिलों में बाढ़ में फंसे पर्यटकों का बचाव किया।