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आगरा: 18 अक्टूबर ।वैदिक सूत्रम चेयरमैन विश्वविख्यात ख्याति प्राप्त भारत के नास्त्रेदमस एस्ट्रोलॉजर पं प्रमोद गौतम ने भारतीय जनता पार्टी की स्थापना दिवस की जन्मकुंडली के सन्दर्भ में बताते हुए कहा कि पार्टी का सबसे बड़ा राजयोग जो सूर्य ग्रह की शक्तिशाली स्थिति के कारण भारतीय जनता पार्टी को वर्ष 2012 से प्राप्त हुआ था 6 वर्षों के लिए,सूर्य ग्रह का वह महा-राजयोग अक्टूबर 2018 में खत्म हो गया है, क्योंकि शासन का कारक सूर्य ग्रह ज्यादा शक्तिशाली स्थिति अर्थात कर्म के भाव में स्थित था । पंडित गौतम ने बताया कि अब वर्तमान में 28 नवम्बर 2021 तक केवल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीजी के वर्तमान के शुभ ग्रहों की राजयोगकारी महादशा के सहारे ही भारतीय जनता पार्टी का अब तक वर्तमान में मान सम्मान बचा हुआ है, कुल मिलाकर यह कह सकते हैं कि अक्टूबर 2018 तक भाजपा पार्टी की ग्रहों की मजबूत स्थिति का बल और साथ में प्रधानमंत्री मोदीजी के शक्तिशाली ग्रहों का बल 100 फीसदी प्राप्त हो रहा था, जिसके कारण भारतीय जनता पार्टी ने देश के ज्यादातर राज्यों में उस समय अपना झंडा फहरा दिया, लेकिन अक्टूबर 2018 के बाद पार्टी का बल उनकी कुंडली के ग्रहोंनुसार वर्तमान में पचास फीसदी ही रह गया है अर्थात भारतीय जनता पार्टी की 6 अप्रैल 1980 की स्थापना दिवस की जन्मकुंडली में, क्योंकि वैदिक हिन्दू ज्योतिष में दूसरा सबसे बड़ा आम जनता का कारक ग्रह चन्द्रमा पार्टी की स्थापना दिवस की जन्मकुंडली में अपनी नीच राशि में स्थित है, और अक्टूबर 2018 से 6 अप्रैल 1980 की पार्टी स्थापना दिवस की जन्मकुंडली में नीच राशि में स्थित चन्द्रमा ग्रह की 10 वर्ष की महादशा अवधि भी आरम्भ हो गयी है, जिसके कारण वर्तमान में आम जनता में पार्टी के आदर्शों के प्रति जो मन से लगाव व समर्पण भाव वर्ष 2014 में सूर्य ग्रह की महादशा की सकारात्मक स्थिति के कारण सभी वर्ग में पैदा हुआ था, वो अब धीरे-धीरे कम होता दिखाई दे रहा है।
एस्ट्रोलॉजर प्रमोद गौतम ने बताया कि वर्तमान में 28 नवम्बर 2011 से लेकर 28 नवम्बर 2021 तक मोदीजी की जन्मकुंडली में शुभ नीच-भंग राजयोगकारी चन्द्रमा ग्रह की 10 वर्षीय वर्तमान की महादशा भी 28 नवम्बर 2021 तक ही है, अर्थात मोदीजी की वर्तमान महाराजयोग की महादशा अवधि की वजह से ही वर्तमान समय में पार्टी का अस्तिव देश में बना हुआ है, लेकिन 28 नवम्बर 2021 के बाद से मोदीजी पर युद्ध के देवता मंगल ग्रह की 7 वर्ष की महादशा अवधि आरम्भ होगी क्योंकि मोदीजी की जन्मकुंडली में मंगल अपनी स्व राशि वृश्चिक में जरूर स्थित है लेकिन वो अंश बल में मृत अवस्था में है। इसलिए आने वाले वर्षों में मंगल ग्रह की महादशा अवधि मोदीजी के लिए ज्यादा सकारात्मक फल देने में सक्षम नहीं रहेगी क्योंकि वैदिक हिन्दू फलित ज्योतिष में मंगल को तानाशाह ग्रह भी कहा जाता है, 28 नवंबर 2021 के बाद से आने वाले 7 वर्षों तक मोदीजी की जन्म कुंडली में स्थित मंगल ग्रह की महादशा मोदीजी की छवि को एक तानाशाह के रूप में भी परिवर्तित कर सकती है, इसलिए भारतीय जनता पार्टी को वर्तमान में ज्यादा आत्मविश्वास में नहीं रहना चाहिए । उत्तरप्रदेश में वर्ष 2022 के विधानसभा चुनावों में क्योंकि वर्ष 2017 में मोदीजी के ऊपर चन्द्रमा ग्रह की राजयोगकारी महादशा के साथ-साथ पार्टी की कुंडली में भी राजयोगकारी सूर्य की महादशा चल रही थी जिसके कारण भारतीय जनता पार्टी स्पष्ट जनादेश के साथ उत्तरप्रदेश विधानसभा 2017 के चुनावों में सरकार बनाने में आसानी से सफल हो गयी थी, लेकिन वर्तमान में राजयोगकारी महादशा नहीं है वो अक्टूबर 2018 में ही खत्म हो चुकी है और साथ ही वर्तमान में 28 नवम्बर 2021 के बाद मोदीजी का राजयोग भी अब आने वाले वर्षों में उतना शक्तिशाली नहीं रहेगा जो कि वर्तमान में मौजूद है। इसलिए वर्ष 2022 के उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनावों के सन्दर्भ में भारतीय जनता पार्टी अधिक आत्मविश्वास में न रहे।
वैदिक सूत्रम चेयरमैन पं प्रमोद गौतम ने बताया कि वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के ग्रहों की विपरीत परिस्थितियों के आधार पर कुल मिलाकर यह कह सकते हैं कि वर्ष 2022 में केवल उत्तर प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मजबूत ग्रह ही उत्तरप्रदेश विधान सभा चुनावों में निर्णायक भूमिका देंगे अर्थात भारतीय जनता पार्टी के मान सम्मान की रक्षा करने में मददगार होंगें वर्ष 2022 के उत्तरप्रदेश के विधान सभा चुनावों में अपेक्षाकृत मोदीजी के वर्तमान के ग्रहों की तुलना में क्योंकि मोदीजी का राजयोग 28 नवम्बर 2021 के बाद ज्यादा शक्तिशाली नहीं है उनकी प्राप्त जन्म कुंडली के अनुसार।