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आगरा,(विवेक कुमार जैन)। आगरा के एक सरकारी स्कूल अध्यापिकाओं को डांस करना महंगा पड़ गया है। आगरा के परिषदीय विद्यालय की कक्षा में फिल्मी और वीडियो एलबम के गानों पर डुमके लगाने वाली महिला शिक्षिकाओं पर कड़ी कार्रवाई हुई है। प्रभारी जिला बेसिक शिक्षाधिकारी-बीएसए ने मामले में पांच महिला शिक्षकों को शिक्षक पद की मर्यादा व विभागीय गरिमा धूमिल करने का दोषी पाते हुए निलम्बित कर दिया है।
प्रभारी बीएसए ब्रजराज सिंह ने बताया कि गुरुवार को अछनेरा ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय साधन की महिला शिक्षकों द्वारा कक्षा में डांस करते हुए कई वीडियो वॉयरल हुए थे।
मामले में खंड शिक्षाधिकारी ने आरोपित महिला शिक्षकों व विद्यालय प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण मांगा था। पांच में से चार महिला शिक्षकों ने सामूहिक स्पष्टीकरण दिया कि उक्त आयोजन 17 मार्च को बाल सभा व ऑनलाइन क्लास के लिए हुआ था, लेकिन जबाव संतोषजनक नहीं था। इसलिये सहायक अध्यापक रश्मि सिसौदिया, अंजली यादव, सुमन कुमारी, पूजा रानी और जीविका कुमारी को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में रश्मि सिसौदिया को ब्लाक संसाधन केंद्र-बीआरसी फतेहपुरसीकरी, जीविका कुमारी को बीआरसी शमसाबाद, सुमन कुमारी को बीआरसी बरौली अहीर, अंजली यादव को बीआरसी खंदौली व पूजा रानी को बीआरसी एत्मादपुर से संबंद्ध किया गया है। प्रकरण की जांच तीन सदस्यीय कमेटी करेगी, जिसमें खंड शिक्षाधिकारी-बीईओ बरौली अहीर वीरेश कुमार, बीईओ फतेहाबाद विरेंद्र कुमार शर्मा व परियोजना अधिकारी सर्व शिक्षा अभियान कल्पना श्रीवास्तव शामिल हैं। कमेटी तीन दिन में रिपोर्ट देगी।
पांचों महिला शिक्षकों को शिक्षक पद की मर्यादा व विभागीय छवि धूमिल करने, पदीय दायित्वों में घोर लापरवाही बरतने, शिक्षण अवधि में विद्यालय में गैर शैक्षिक गीतों पर अनैतिक आचरण करने, सरकारी कर्मचारी नियमावली, शिक्षा का अधिकार अधिनियम व उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना व उल्लंघन का दोषी पाया गया है।