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आगरा,(विवेक कुमार जैन)। आगरा से सेंट्रल जीएसटी डिपार्टमेंट की टीम ने कारोबारी को अरेस्ट किया। गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ 1०० से अधिक फर्जी फर्म बनाकर करोड़ों की हेराफेरी का मामला है।
सेंट्रल जीएसटी डिपार्टमेंट की टीम ने रविवार को आगरा के सिकंदरा
निवासी नितिन वर्मा को अरेस्ट किया है। नितिन वर्मा पर 1०० से अधिक फर्जी फर्म बनाकर करोड़ों की टैक्स चोरी करने का आरोप है, इस मामले में सेंट्रल जीएसटी की टीम नितिन वर्मा की तलाश में जुटी हुई थी।
नितिन फर्जी फर्मों के जरिए 691 करोड़ रुपये की फर्जी बिक्री दिखाकर 1०० करोड़ रुपये का आईटीसी इनपुट टैक्स क्रेडिट वसूल चुका था। इस मामले में 19 दिसंबर 2०19 को सेंट्रल जीएसटी के डिप्टी कमिश्नर के नेतृृत्व में आवास विकास स्थित चार ठिकानों पर छापा मारा था। सेक्टर-1 ए सेक्टर-6 में ए सेक्टर-3ए, चंद्र प्रकाश कृपलानी और सेक्टर-7 में नितिन वर्मा के घर टीम पहुंची थीं। नितिन वर्मा घर से फरार हो गया।
नितिन वर्मा ने थाना हरीपर्वत क्षेत्र में कार्यालय खोला था। यहां से नितिन होम लोन, पर्सनल लोन, ओ डी लिमिट, प्लाट खरीदने बेचने का काम करने लगा। लोन के लिए पेनकार्ड और आधार कार्ड आने लगे । उन दस्तावेजों पर ही फर्जी फर्म बनाई, बैंकों में खाते खोले। इन फर्जी फर्मों द्वारा देश के अनेक राज्यों में कई व्यक्तियों और फर्मों को बोगस इनवाइस बिना किसी माल की वास्तविक सप्लाई के दे दिए गए और उन पर उन्होंने इनपुट टैक्स क्रेडिट ले लिया। इस तरह सरकार को करोड़ों रुपये का चूना लगाया।
सीजीएसटी आयुक्त लल्लन कुमार के निर्देशन में संयुक्त आयुक्त भवन मीना के मार्गदर्शन में सहायक आयुक्त अनिल शुक्ला, अधीक्षक ऋषिदेव सिंह और संजय कुमार ने कर अपवंचन शाखा के निरीक्षक सतीश कुमार सिंह, कपिल कुमार, विपिन कुमार, अजय सोनकर, अनुराग सोनी ने आरोपी नितिन वर्मा को उसके घर से गिरफ्तार किया है।