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नयी दिल्ली ,
क्रिकेट की दुनिया के महारथी शेन वॉर्न नहीं रहे , 52 वर्ष की आयु में उनका निधन थाईलैंड में हृदयगति रुकने से हो गया , बताया जा रहा है कि वह अपने फॉर्महॉउस पर छुट्टियां बिताने आये थे ।
क्रिकेट कि दुनिया के तमाम दिग्गजों ने वॉर्न के निधन पर दुःख जताया और कहा दुनिया ने एक बेहतरीन क्रिकेटर को खो दिया ।
शेन वार्न के निधन पर बीसीसीआई ने शोक जताया है. बीसीसीआई ने अपने ट्वीट में कहा कि शेन वार्न के निधन से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट जगत को भारी नुकसान हुआ है. शेन वार्न के निधन से क्रिकेट जगत गरीब हुआ है, क्योंकि शेन वार्न वैसे चैंपियन क्रिकेटर थे जिन्होने अपनी कला से क्रिकेट को समृद्ध किया।
शेन वार्न ने 1993 में एशेज सीरीज में बाॅल ऑफ दि सेंचुरी फेंकी थी. उन्होंने माइक गेंटिंग को एक गेंद फेंकी थी जिसे बाॅल ऑफ दि सेंचुरी कहा गया क्योंकि देखने में वो गेंद वाइड लग रही थी, लेकिन फिर टर्न होकर स्टंप पर जा लगी थी।
भारत के खिलाफ सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर पहला टेस्ट खेलने वाले वॉर्न को 1992 से 2007 के बीच उनकी अतुल्य उपलब्धियों के लिये विजडन ने शताब्दी के पांच क्रिकेटरों में चुना . उन्हें 2013 में आईसीसी हाल आफ फेम में शामिल किया गया . वॉर्न 1999 विश्व कप जीतने वाली आस्ट्रेलियाई टीम के सदस्य थे . उन्होंने एशेज क्रिकेट में सर्वाधिक 195 विकेट लिये हैं।
शेन वार्न प्रसिद्ध लेग स्पिनर थे और उन्हें स्पिन का जादूगर भी कहा जाता था. उन्होंने भारत के खिलाफ डेब्यू किया था और वे विश्व के दूसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज थे. उनकी फिरकी के आगे बड़े-बड़े बल्लेबाज धराशायी हो जाते थे. शेन वार्न ने 145 टेस्ट खेलकर 708 विकेट लिये थे।