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नयी दिल्ली संवादाता ,
रूस-यूक्रेन के साथ आज भीषण युद्ध की खबर है । कीव पर कब्जे के लिए रूस ने हमले और तेज कर दिए हैं। रूसी हमलों में अब तक कई नागरिकों के मारे जाने की खबर है। रूस के सेंट्रल बैंक पर अमेरिका, यूरोपीय संघ और ब्रिटेन ने प्रतिबंध लगा दिया है। जर्मनी समेत कई यूरोपीय देशों ने भी रूसी विमानों के लिए अपने एयरस्पेस बंद कर दिए हैं। इस बीच यूक्रेन संकट को लेकर आज रात संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई गई है। इसमें फैसला होगा कि यूक्रेन के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र महासभा में विशेष सत्र बुलाया जाए या नहीं।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि उन्हें रूस से होने वाली बातचीत के किसी नतीजे तक पहुंचने की उम्मीद नहीं है। हालांकि, उन्होंने कहा कि वे अपने देश की शांति के लिए बातचीत के लिए एक स्थान पर जाना चाहते हैं और वह चाहते हैं कि रूस हमले रोके। उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने देश के लिए लड़ रहे हैं, अपनी आजादी को बनाए रखने के लिए लड़ रहे हैं क्योंकि हमें ऐसा करने का अधिकार है।’’ उन्होंने कहा, देश एक विषम स्थिति से गुजर रहा है और बीती रात बहुत संकट से भरी हुई थी और भीषण गोलाबारी हुई, रिहायशी क्षेत्रों में भी बमबारी की गई और नागरिक बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया गया। हमलावर सैन्य-असैन्य सभी स्थानों को निशाने पर ले रहे हैं।
इधर भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई जिसमे यूक्रेन रूस जंग पर चर्चा हुई मुख्यता यूक्रेन में फंसे लगभग 16 हजार छात्रों को भारत लाने के लिए ऑपरेशन गंगा को और प्रभावी तरीके से अंजाम देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने निर्देश दिए |
इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर और विदेश सचिव हर्षवर्धन शृंगला भी शामिल हुए। विदेश मंत्रालय ने बताया है कि उसकी तरफ से पोलैंड, रोमानिया, हंगरी और स्लोवाक गणराज्य के साथ सीमा पार करने वाले बिंदुओं के माध्यम से भारतीय नागरिकों को निकालने में सहायता के लिए 24×7 नियंत्रण केंद्र स्थापित किए गए हैं। मंत्रालय ने इससे पहले एलान किया था कि उसने यूक्रेन में फंसे भारतीयों की मदद के लिए एक ट्विटर हैंडल भी बनाया है।