• Login
Wednesday, October 15, 2025
  • होम
  • टॉप न्यूज़
  • देश
  • विदेश
  • राज्य
  • शहर
  • एजुकेशन
  • बिज़नेस
  • मनोरंजन
  • राजनीति
  • स्पोर्ट्स
  • हेल्थ
  • ई-पेपर
  • ओपिनियन
  • विकास
No Result
View All Result
Shahar ki Surkhiyan
ADVERTISEMENT
  • होम
  • टॉप न्यूज़
  • देश
  • विदेश
  • राज्य
  • शहर
  • एजुकेशन
  • बिज़नेस
  • मनोरंजन
  • राजनीति
  • स्पोर्ट्स
  • हेल्थ
  • ई-पेपर
  • ओपिनियन
  • विकास
Shahar ki Surkhiyan
  • होम
  • टॉप न्यूज़
  • देश
  • विदेश
  • राज्य
  • शहर
  • एजुकेशन
  • बिज़नेस
  • मनोरंजन
  • राजनीति
  • स्पोर्ट्स
  • हेल्थ
  • ई-पेपर
  • ओपिनियन
  • विकास
No Result
View All Result
Shahar ki Surkhiyan
No Result
View All Result

आध्यात्मिक परिपेक्ष्य में प्रत्येक व्यक्ति का पृथ्वी लोक पर जन्म लेने का वास्तविक उद्देश्य मोक्ष प्राप्ति होना चाहिए- एस्ट्रोलॉजर पं प्रमोद गौतम

Vivek Jain by Vivek Jain
February 20, 2022
in ASTROLOGY
Reading Time: 1min read
A A
0
आध्यात्मिक परिपेक्ष्य में प्रत्येक व्यक्ति का पृथ्वी लोक पर जन्म लेने का वास्तविक उद्देश्य मोक्ष प्राप्ति होना चाहिए- एस्ट्रोलॉजर पं प्रमोद गौतम
Getting your Trinity Audio player ready...

ये भी पढ़े

14 मई 2023 तक मंगल ग्रह में राहु की अंतरदशा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि को कर सकती है धूमिल – पंडित प्रमोद गौतम

30 अप्रैल शनिवार को पड़ने वाला आंशिक सूर्य ग्रहण सम्पूर्ण विश्व में हलचल 15 मई तक रखेगा, भारत में ग्रहण के धार्मिक सूतक नहीं होंगें- पं प्रमोद गौतम

ब्रिटेन और अमेरिका यदि अहंकारी रवैया त्यागें तो भारत तृतीय परमाणु विश्व युद्ध के खतरे को टालने में विश्व की मदद कर सकता है- एस्ट्रोलॉजर पं प्रमोद गौतम

विवेक कुमार जैन

आगरा 20 फरवरी।
वैदिक सूत्रम चेयरमैन आध्यात्मिक हीलर एवम विश्वविख्यात ख्याति प्राप्त एस्ट्रोलॉजर पंडित प्रमोद गौतम ने टैगोर नगर दयाल बाग स्थित जैन मंदिर के सामने अपने निवास पर आध्यात्मिक परिपेक्ष्य में जीवन की वास्तविकता के सन्दर्भ में गहराई से वास्तविक मोक्ष प्राप्ति के सन्दर्भ में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि इस पृथ्वी लोक पर किसी भी मनुष्य का जन्म भोगों एवम मायावी सुखों को भोगने के लिए नहीं होता है बल्कि जन्म मरण के बंधनों से हमेशा के लिए मुक्त होने के लिए होता है। लेकिन 90 प्रतिशत व्यक्ति इस पृथ्वी लोक पर जन्म लेने के बाद अपनी मूल जाग्रत चेतना को भूल जाता है कि उसका पृथ्वी लोक पर जन्म लेने का वास्तविक उद्देश्य क्या है। कुल मिलाकर यह कह सकते हैं कि जो व्यक्ति इस पृथ्वी लोक पर इस रंग बिरंगी मायावी दुनिया में जन्म लेने के बाद अपने जन्म लेने के मूल उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए सकारात्मक कर्म की तरफ अग्रसर होता है वही वास्तविक मोक्ष की सर्वोच्च सीढी तक पहुँचने में देवकृपा से पूर्ण रूप से सक्षम हो पाता है। लेकिन प्रत्येक व्यक्ति के लिए इस मायावी दुनिया में यह सब करना इतना आसान नहीं होता है अगर देवकृपा से वो इस सन्दर्भ में दृढ़ इच्छाशक्ति युक्त सकारात्मक विचारधारा रखता है तो वह मोक्ष के उस सर्वोच्च स्थान को देवकृपा से इस जन्म में ही हासिल कर सकता है, लेकिन इसके लिए उस व्यक्ति को इस मायावी दुनिया में काम, क्रोध, मोह, लोभ और अंहकार इन पांचों विकारों पर पूर्ण रूप से विजय प्राप्त करनी होगी तभी वो वास्तविक मोक्ष की सीढ़ियों पर चढ़ने में सक्षम हो पायेगा।

वैदिक सूत्रम रिसर्च संस्था की प्रबंधक वास्तुविद श्रीमती निधि शर्मा ने बताया कि वास्तु के अनुसार उत्तर दिशा सकारात्मक दैवीय ऊर्जा से परिपूर्ण होती है एवम आध्यात्मिक परिपेक्ष्य में मोक्ष प्राप्ति के लिए आध्यात्मिक योग साधना, ध्यान एवम योगा के लिए अति उत्तम स्थान है क्योंकि इस दिशा से चुम्बकीय तरंगों का भवन में प्रवेश होता है। चुम्बकीय तरंगें मानव शरीर में बहने वाले रक्त संचार को प्रभावित करती हैं और इसी से सभी का स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है। अतः स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से इस दिशा का प्रभाव बहुत बढ़ जाता है। स्वास्थ्य के साथ–साथ यह धन को भी प्रभावित करती है। वास्तु के अनुसार उत्तर दिशा के निर्माण में कुछ विशेष बातों को ध्यान में रखना चाहिए जैसे–इस दिशा में भूमि तुलनात्मक रूप से दक्षिण दिशा से नीची होनी चाहिए तथा बालकनी का निर्माण भी उत्तर दिशा में करना चाहिए। भवन में अधिक से अधिक दरवाजे और खिड़कियां भी उत्तर दिशा में रखने चाहिए। बरामदा, पोर्टिकों और वाश बेसिन आदि भी उत्तर दिशा में होने चाहिए।

वास्तुविद निधि शर्मा ने बताया वास्तु शास्त्र के अनुसार उत्तर दिशा के अधिपति हैं रावण के भाई कुबेर, और कुबेर को धन का देवता भी कहा जाता है। बुध ग्रह उत्तर दिशा के स्वामी हैं, उत्तर दिशा को मातृ स्थान भी कहा गया है। उत्तर दिशा धन की दिशा मानी जाती है, इसीलिए कुबेर देव को इस दिशा का देवता माना जाता है। कुल मिलाकर यह कह सकते हैं कि उत्तर दिशा में अपने निवास स्थान पर हमेशा कच्ची जमीन अवश्य रखनी चाहिये और इसे खाली भी छोड़ना चाहिये। इससे घर में धन की देवी लक्ष्मी का आगमन होता है, जो भी परिवार घर में यदि तिजोरी का इस्तेमाल करते हैं तो उसकी स्थापना भी उत्तर दिशा में ही करें लेकिन तिजोरी के दरवाजे का मुंह तिजोरी खोलते समय उत्तर दिशा की तरफ खुलना चाहिए। वास्तु के अनुसार उत्तर और ईशान दिशा में घर का मुख्‍य द्वार हो तो अति उत्तम होता है। उत्तर दिशा में शौचालय, रसोईघर बनवाने, कूड़ा-करकट डालने और इस दिशा को गंदा रखने से धन-संपत्ति का नाश होकर दुर्भाग्य का निर्माण होता है। इसलिए उत्तर दिशा को हमेशा स्वच्छ बनाएं रखें और कम ऊँचाई वाले हरे भरे पेड़ अवश्य लगाएं तुलसी का पौधा एवम मनी प्लांट उत्तर दिशा में सकारात्मक ऊर्जा भवन में निवास करने वालों को प्रदान करता है एवम भवन के वास्तु दोषों का भी शमन करता है।

51
2
Tags: #ASTROLOGY
ADVERTISEMENT
Previous Post

आगरा में बालीवुड कलाकार जैकी भगनानी ने गलफ्रेण्ड रकुल के साथ किया ताजमहल का दीदार

Next Post

फिल्म निर्माता लव रंजन ने गर्लफ्रेण्ड अलीशा से विवाह के लिये आगरा को चुना रविवार को होटल परिसर में फेरों की रस्में, सोमवार को विदाई

Vivek Jain

Vivek Jain

Related Posts

14 मई 2023 तक मंगल ग्रह में राहु की अंतरदशा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि को कर सकती है धूमिल – पंडित प्रमोद गौतम
ASTROLOGY

14 मई 2023 तक मंगल ग्रह में राहु की अंतरदशा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि को कर सकती है धूमिल – पंडित प्रमोद गौतम

by Vivek Jain
September 17, 2022
30 अप्रैल शनिवार को पड़ने वाला आंशिक सूर्य ग्रहण सम्पूर्ण विश्व में हलचल 15 मई तक रखेगा, भारत में ग्रहण के धार्मिक सूतक नहीं होंगें- पं प्रमोद गौतम
ASTROLOGY

30 अप्रैल शनिवार को पड़ने वाला आंशिक सूर्य ग्रहण सम्पूर्ण विश्व में हलचल 15 मई तक रखेगा, भारत में ग्रहण के धार्मिक सूतक नहीं होंगें- पं प्रमोद गौतम

by Editor@SKS
April 28, 2022
ब्रिटेन और अमेरिका यदि अहंकारी रवैया त्यागें तो भारत तृतीय परमाणु विश्व युद्ध के खतरे को टालने में विश्व की मदद कर सकता है- एस्ट्रोलॉजर पं प्रमोद गौतम
ASTROLOGY

ब्रिटेन और अमेरिका यदि अहंकारी रवैया त्यागें तो भारत तृतीय परमाणु विश्व युद्ध के खतरे को टालने में विश्व की मदद कर सकता है- एस्ट्रोलॉजर पं प्रमोद गौतम

by Editor@SKS
April 26, 2022
13 अप्रैल से गुरु ग्रह का गोचर परिवर्तन वर्तमान में विश्व की विपरीत परिस्थितियों के दौरान स्वतन्त्र भारत की पुष्य नक्षत्र युक्त कर्क राशि को दैवीय शक्तियों की सम्पूर्ण कृपा प्राप्त होगी- पं प्रमोद गौतम
ASTROLOGY

13 अप्रैल से गुरु ग्रह का गोचर परिवर्तन वर्तमान में विश्व की विपरीत परिस्थितियों के दौरान स्वतन्त्र भारत की पुष्य नक्षत्र युक्त कर्क राशि को दैवीय शक्तियों की सम्पूर्ण कृपा प्राप्त होगी- पं प्रमोद गौतम

by Vivek Jain
April 14, 2022
वृष एवम कन्या राशि वालों के लिए 12 अप्रैल से राहु ग्रह की डेढ़ वर्ष के लिए परवर्तित चाल स्वास्थ्य के मामले में नुकसानदेह साबित हो सकती है, लापरवाही न बरतें- पं प्रमोद गौतम
ASTROLOGY

वृष एवम कन्या राशि वालों के लिए 12 अप्रैल से राहु ग्रह की डेढ़ वर्ष के लिए परवर्तित चाल स्वास्थ्य के मामले में नुकसानदेह साबित हो सकती है, लापरवाही न बरतें- पं प्रमोद गौतम

by Vivek Jain
April 12, 2022
Next Post
फिल्म निर्माता लव रंजन ने गर्लफ्रेण्ड अलीशा से विवाह के लिये आगरा को चुना रविवार को होटल परिसर में फेरों की रस्में, सोमवार को विदाई

फिल्म निर्माता लव रंजन ने गर्लफ्रेण्ड अलीशा से विवाह के लिये आगरा को चुना रविवार को होटल परिसर में फेरों की रस्में, सोमवार को विदाई

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

Weather Updates

मौसम

Rashifal Updates

भाषा चुने

  • Home
  • Blog
  • About Us
  • Advertise With Us
  • Contact Us
  • Privacy Policy

© 2023 Shahar Ki Surkhiyan

No Result
View All Result
  • होम
  • टॉप न्यूज़
  • देश
  • विदेश
  • राज्य
  • शहर
  • एजुकेशन
  • बिज़नेस
  • मनोरंजन
  • राजनीति
  • स्पोर्ट्स
  • हेल्थ
  • ई-पेपर
  • ओपिनियन
  • विकास
  • Login

© 2023 Shahar Ki Surkhiyan

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In