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आगरा,30 अगस्त (विवेक कुमार जैन)
आगरा मेें फर्जी कागज तैयार कराकर बैंक से लोन दिलाने वाले गिरोह का सोमवार को पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। आरोपियों के पास से पुलिस ने लाखों का कैश, कार, कम्प्यूटर और प्रिंटर समेत अन्य उपकरण बरामद किये हैं। पुलिस अब गैंग के मास्टरमाइंड समेत चार आरोपियों की तलाश कर रही है। एसटीएफ इंसपेक्टर हुकुम सिंह के अनुसार आरोपियों ने अब तक अलग-अलग जगह से पांच करोड़ के लगभग रुपये बैंको से लोन के नाम पर ठगे हैं।
आगरा में लंबे समय से फर्जी कागज तैयार कराकर बैंक से लोन कराने का खेल चल रहा था। इसकी शिकायत लगातार पुलिस को मिल रही थी। हरीपर्वत पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर इस गैंग के दो आरोपियों को संजय प्लेस स्थित कपड़ा मार्केट स्थित एक दुकान से पकड़ लिया। पकड़े गये आरोपियों के नाम अरुण पाराशर पुत्र शिवनाथ तथा संदीप शर्मा पुत्र अमर सिंह निवासीगण नगला अजीता है। पूछताछ में इन्होंनेबताया कि वह सेना के जवान, पुलिसकर्मी और अन्य सरकारी विभागों के कर्मचारी बनते थे। पुलिस और सेना की वर्दी मेें फोटो खिंचवाकर फर्जी आधार, पैनकार्ड और सरकारी मोहर लगाकर नकली कागजात तैयार करते थे। नकली रजिस्ट्री बनाकर गांरटी के लिए देते थे। आईसीआईसीआई बैंक के एक कर्मचारी आर्यन उर्फ अमित के जरिये फर्जी लोन करना था पर उससे पहले पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ इंसपेक्टर हुकुम सिंह के अनुसार आरोपियों ने अब तक अलग-अलग जगह से पांच करोड़ के लगभग रुपये बैंको से लोन के नाम पर ठगे हैं। अमित उर्फ आर्यन मास्टरमाइंड है और इनके साथ मनोज, निशांत शर्मा, नीरज कुमार भी इन अपराधों में शामिल हैं। उनकी तलाश की जा रही है।
पुलिस ने आरोपियों क पास से चार लाख 89 हजार 14० रुपये नकद, एक कंप्यूटर प्रिंटर, एक स्विफ्ट कार, पांच बैंकों से लोने लेने के फर्जी कागजात, 13 फर्जी रजिस्ट्री, चार मोबाइल, तीन एटीएम कार्ड, चार पासबुक, जमा पर्जी बुक, अलग-अलग विभागों की 19 मोहर, छह सिमकार्ड, एक पेनड्राइव, दो चेकबुक, तीन हस्ताक्षर किये चेक, दो पेपर शीट पर फर्जी आधार व पेनकार्ड छापे हुए, एक आधार, एक पेनकार्ड और एक डील बरामद हुआ है।